उघरहिं बिमल बिलोचन ही के। मिटहिं दोष दुख भव रजनी के॥
Spread the Glory of Sri SitaRam! उघरहिं बिमल बिलोचन ही के। मिटहिं दोष दुख भव रजनी के॥ सूझहिं राम चरित
Read More
इंटरनेट पर श्रीरामजी का सबसे बड़ा विश्वकोश | RamCharitManas Ramayana in Hindi English | रामचरितमानस रामायण हिंदी अनुवाद अर्थ सहित
Spread the Glory of Sri SitaRam! उघरहिं बिमल बिलोचन ही के। मिटहिं दोष दुख भव रजनी के॥ सूझहिं राम चरित